@ प्रकाश राठौड़ जालोर/मालवाडा/रानीवाडा। व्यक्त्वि को आगे बढाए अपने अधिकारो के प्रति सज्रग रहकर सुद्धड बनकर आगे आने पर ही अपनी कठिनाईयां...
@ प्रकाश राठौड़
जालोर/मालवाडा/रानीवाडा। व्यक्त्वि को आगे बढाए अपने अधिकारो के प्रति सज्रग रहकर सुद्धड बनकर आगे आने पर ही अपनी कठिनाईयां को दूर किया जा सकता हैं। उक्त विचार अन्र्तराष्टीय महिला दिवस पर न्यायिक मजिस्टेट एवं तालुका विधिक सेवा समिति रानीवाडा के अध्यक्ष हरीश कुमार ने कस्तुर बां आवासिय बालिका विद्यालय मे महिलाओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा कि बाल विवाह को रोकने मे हम सभी को आगे आना होगा, बाल विवाह कानूनी अपराध हैं दोषी को कडी सजा का प्रावधान है, महिलाएं अपना अधिकार जानकर कुरता, यौन दूराचरण से महिलाओं की सुरक्षा घरेलु हिंसा, अधिनिमय भी बने हुए हैं उसका उपयोग् कर न्याय पा सकती हैं। न्यायिक मजिस्टेट ने महिलाओं से कहा कि उनके उपर होने वाले कोई अत्याचार को छुपाए नही आगे आकर कानून का सहारा ले ताकि वास्तविक अपराधी को सजा मिल सके।
बार एसोसीएशन अध्यक्ष पुरणसिंह देवडा ने कहा कि महिलाएं दो दो परिवारो की सार संभार करती हैं सहनशीलता की देवी हैं महिलाएं पर उनके साथ अन्याय होता हैं तो सरकार अपना हक ले सकती हैं। एडवोकेट पुखराज विष्नोई ने महिलाओं मे फेली अशिक्षा को दुर करने के उपाय बताते हुए कहा कि पढी लिखी व साक्षर महिलाएं आस पास की असाक्षर महिलाओं को साक्षर बनाने की ठान ले तो अपने अधिकारों के बादे मे जानकारी लेने मे आगे आ सकती हैं। विष्नोई ने बालिका शिक्षा को बढावा देने की भी बात की। समिति सदस्य व समाजस सेवी मुकेश कुमार खण्डेलवाल ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए भारतीय नारी के महत्वपूर्ण अधिकारो की जानकारी दी। प्रधानाचार्य मोहिनी विष्नोई ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए महिला सशक्तिकरण के उपाय सुझाव, कार्यक्रम मे प्रष्नो के उत्तर मे रोचक रहे। इस मौके पर वार्डन धनी विष्नोई, हंजारीराम, हरीश चारण, पूनम नोटियाल, लेहा चौहान, पंखा वैष्णव, भंवरी देवासी सहित कई महिलाएं उपस्थित थें।
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