जैसलमेर, डाबला सहित आसपास के क्षेत्रों में टिड्डी दल का हमला। जैसलमेर। ( खेतसिंह सिसोदिया ) धरती पुत्र पर संकट के बादल थमने ...
जैसलमेर। ( खेतसिंह सिसोदिया ) धरती पुत्र पर संकट के बादल थमने का नाम ही नही ले रहे हैं जानकारी के अनुसार डाबला सहित आसपास के क्षेत्रों में टिड्डी दल का हमला लगातार जारी है, बुधवार शाम के लगभग सागाणा सरहद व सूखसिंह नगर, आशायच के किसानों की धड़कने बढने लगी क्योंकि उपर बादलो की तरह टिड्डियों का जमावड़ा पड़ाव डालने वाला ही था, अचानक हवा का रूख बदलते ही टिड्डी दल पड़ाव कर चुका था। सूर्यास्त होने को था तभी सोशल मीडिया ग्रुप सागाणा फीडर पर किसान सतर्क हो गए, चारो तरफ किसान अपने संसाधन लेकर टिड्डी दल के पड़ाव स्थल की ओर पहुचने लगे, तकरीबन पन्द्रह बीस ट्रैक्टर स्प्रे टंकियो के साथ पहुँचें, वही पूर्व विधायक छोटू सिंह भाटी के निजी सहायक दीपसिंह सोलंकी व तेम्बड़ेराय कृषि केन्द्र के नारायणसिंह सिसौदिया द्वारा किसानों को क्लोरोफायरसिस 50ec सूमिल केमिकल उपलब्ध करवाकर छिड़काव करने में सहयोग किया। किसानों के साथ काश्तकार भी रात भर कीटनाशक छिड़काव करते नजर आए, संवाददाता खेतसिंह सिसौदिया आशायच ने बताया की मेरे ट्यूबवैल के पास ही टिड्डी दल पड़ाव कर चुका था, तब में भी वही कवरेज लेने के लिए पहुंचा, मेरे देखने में ये आया कि रात्रि में टिड्डीयों पर कीटनाशक छिड़काव करने पर तुरन्त ही टिड्डियों का खात्मा हो जाता है, जबकि अल सुबह कीटनाशक छिड़काव करने में टिड्डीयां जल्दी खत्म नही होती हैं। मेरी निजी जानकारी के अनुसार रात्रि में पूरी रात मैने छिड़काव करवाने में सहयोग किया, जहाँ मेंने सुबह देखा वहा पर टिड्डियों के वनस्पति के नीचे ढेर लग गए, ये सारी व्यवस्था सभी किसानों ने अपने स्तर पर की समाजसेवी नारायणसिंह को सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया। इस दौरान काफी संख्या में किसान भंवरसिंह डाबला, रिड़मलसिंह सिसौदिया, दीपसिंह, भीमसिंह, झब्बरसिंह, सावलसिंह, रूपसिंह सोलंकी, चनणसिंह, खेतसिंह सिसौदिया, मोहनलाल, गोपाल सुथार, चन्द्रवीरसिंह, बाबूसिंह कानसिंह व काश्तकार सहित काफी संख्या में इकत्रित हुए, वही किसानों द्वारा अपने स्तर पर कीटनाशक छिड़काव किया गया। वही बताया जा रहा हैं कि सरकारी महकमें की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिल पाया।
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