3 माह से नही मिला अपनी माँ से, घाटोली का पवन कोरोना योद्धा के रुप में चित्तौड़गढ़ में दे रहा सेवा। झालावाड़/अकलेरा। इन दिनों कोर...
3 माह से नही मिला अपनी माँ से, घाटोली का पवन कोरोना योद्धा के रुप में चित्तौड़गढ़ में दे रहा सेवा।
झालावाड़/अकलेरा। इन दिनों कोरोनावायरस ने एक प्रकार से दहशत-सी मचा रखी है। और हम कहे कि कोरोनावायरस से लड़ने के लिए चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग मीडिया कर्मी, प्रशासन या अन्य सेवा कर्मियों ने अपने घर-परिवार को छोड़कर पूरी तरह कमर कस ली है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। ऐसा ही घाटोली कस्बे में देखने को मिला। जहां घाटोली निवासी पवन कुमार शर्मा पुत्र बालकृष्ण शर्मा चित्तौड़गढ़ में नर्सिंग सुपरवाइजर के पद पर सेवाएं दे रहा है।
3 माह पहले मिला था परिवार से
जब से कोरोनावायरस ने देश में दस्तक दी है तब से ही कोरोना योद्धा के रूप में सेवा दे रहे कार्मिक अपने घर-परिवार से दूर हो चुके हैं। प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पवन कुमार शर्मा को अपने परिवार से मिले 3 माह बीत चुके हैं। वहीं पवन कुमार की बुजुर्ग मां मधुलता शर्मा बताती हैं कि वीडियो कॉलिंग के जरिए बेटे से बात होती हैं। बेटे को हर समय अपने पास महसूस कर लेती हैं। वीडियो कॉलिंग के दौरान मां और बेटे दोनों की आंखें नम हो जाती हैं।
परिवार से पहले देश को दे महत्त्व
पवन कुमार शर्मा ने कहा कि पिता बालकृष्ण शर्मा को क्षेत्र में वरिष्ठ समाज सेवक के तौर पर जाना जाता था। पिता से सीखा हैं कि जब कभी भी देश सेवा का मौका मिले तो कभी भी मौका नहीं गंवाना चाहिए। और परिवार से पहले देश को महत्व देना चाहिए।
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