बाड़मेर, 50 दिन में 50 सदस्यों ने की मुक प्राणियों की सेवा। बाड़मेर। वैश्विक महामारी कोरोना में जनसेवा से कई संस्थाएं जुड़ी और लोग...
बाड़मेर, 50 दिन में 50 सदस्यों ने की मुक प्राणियों की सेवा।
बाड़मेर। वैश्विक महामारी कोरोना में जनसेवा से कई संस्थाएं जुड़ी और लोगो की मदद को आगे आई। मुक प्राणियों को लेकर कोई आगे नही आ रहा था, ऐसे में एक संस्था ने मुक प्राणियों को लेकर मुहिम शुरू की। जिसमे प्रतिदिन गोवंश को हरी सब्जी, हरा चारा, गुड़, स्वांनो को रोटी और पंछियो को चुगा, कौवो को गाँठिये, मोर को चना, मछलीयो को आटे की गोली इसी आधार पर जैसा प्राणी वैसा भोजन उपलब्ध करवाया। जीव दया मैत्रीग्रुप की टीम के सदस्य छगनलाल घीया, पुखराज सिंघवी जीएसटी अधिकारी, गौतमचंद हालावाला, एडवोकेट मुकेश जैन, मदन लाल बोथरा, संजय संखलेचा, गौतम छाजेड़, एडवोकेट मुकेश जैन, रमेश सर्राफ, रमेश पारख, धनराज भन्साली ने करीब 50 से अधिक सदस्यों की टीम ने 50 दिन तक भामाशाहो के सहयोग से करीब 12.50 लाख रूपये की आहार सामग्री का वितरण किया। संस्था का मार्ग दर्शन प्रवतिर्नी साध्वी शशि प्रभाश्री ने किया। साध्वीवर्या की माने तो उनका कहना मानव तो बोलकर किसी को कह सकता है कि उसे भूख लगी है पर ये मुक प्राणी तो बोल भी नही पाते। इनकी भाषा को समझे और इनको भी दोनो समय का भोजन आराम से मिले ऐसी व्यवस्था हो। जीव दया मैत्री ग्रुप के संयोजक एडवोकेट मुकेश जैन ने बताया कि 3 अप्रैल से लगातार दोनो समय चल भोजनशाला के माध्यम से प्रत्येक मौहल्ले में मुक प्राणी तक पहुंचने का प्रयास किया किया गया। ग्रुप के द्वारा बाड़मेर में लॉक डाउन तक मूक प्राणियो को भोजन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। ग्रुप संयजोक ने इस संस्था में सेवा दे रहे युवाओं को आभार वक्त करते हुए कहा कि सभी कार्यकर्ता बधाई के पात्र है जिन्होंने निःस्वार्थ भाव से अपना कार्य किया। ग्रुप के वरिष्ठ सदस्य मदन लाल बोथरा और रमेश सर्राफ ने बताया कि कार्यकर्ता भोर के साथ ही शहर के विभिन्न क्षेत्रो में वाहनों के माध्यम से इन मूक प्राणियों के प्रबन्ध में जुट जाता था।
1600 स्वानो के बिमारी का कराया इलाज:
ग्रुप के संयोजक एडवोकेट मुकेश जैन ने बताया चल भोजनशाला के दौरान देखा गया कि स्वान खुजली कि बिमारी से ग्रसित है। उनके इलाज के लिए डॉक्टरों की सलाह से तीन चरणों में करीब 120 किलो मिठाई में मिलाकर दवाई दी गई। तीन चरणों में दवाई के बाद करीब 18 00 स्वान खुजली की बिमारी से ठीक हो गए।
मछलीयों और जलीय जीवों के लिए भी कराई वैकल्पिक पानी की व्यवस्था:
ग्रुप सदस्य छगनलाल घीया और रमेश पारख ने बताया कि प्रतिदिन कार्यकर्ता मछलीयों एवं अन्य जलीय जन्तुओं के लिए जसदेर तालब जाकर खाने की व्यवस्था करते थे। भारी गर्मी के बीच पानी का स्तर गिरता देखा तो ग्रुप को इसकी सूचना दी गई। संस्था के संयोजक एडवोकेट मुकेश जैन ने बाड़़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला कलेक्टर विश्राम मीणा से मिलकर इसके समाधान की मांग की। इस पर प्रशाशन एवं भामाशाहों के सहयोग से जसदेर धाम में पानी के टेंकरों से पानी डलवाया गया। पानी कम होने की स्थिति में पानी की पाईप लाइन बिछाने के सुझाव पर इसको लेकर आने वाले खर्च के लिए भी ग्रुप ने सहमति प्रदान की।
अब तक आई ये सामग्री:
ग्रुप के सदस्य मदन बोथरा गोडानी और धनराज भंसाली चेलक ने बताया कि अब तक ग्रुप की ओर से 100 टन के करीब हरा चारा, ज्वार 11 हजार किलो, बाजरी 18.5 हजार किलो, मोरो के लिए चणा 500 किलो, 3 हजार किलो आटा,3.5 हजार किलो गुड़,15 टिन तेल की सामग्री वितरित की गई। स्वानो के लिए 110 किलो मिठाई में 22 हजार रूपये की दवाई एवं गायों के लिए दवाई 15 हजार रूपये की खरीद कर उन्हे दी गई। उन्होने बताया कि भामाशाहो के सहयोग से ये सब हुआ है वही कार्यक्रर्ता भोर के साथ ही इस कार्य में जुट जाते है। निस्वार्थ भाव से किया जा रहा ये कार्य निःसन्देह अनुमोदना योग्य है जो लोग दैनिक प्रातः जल्दी उठकर मुक प्राणियों की सेवा कर रहे है, ग्रुप के सदस्य भविष्य में भी मूक प्राणियो की सेवा के लिए कटिबद्ध है।
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