लालाणा मठ के संत गिरीवरगिरी महाराज को साधु-संतों ने दी अंतिम विदाई। @राजेश भाटी बाड़मेर/समदड़ी। ग्राम पंचायत लालाणा स्थित लाल...
लालाणा मठ के संत गिरीवरगिरी महाराज को साधु-संतों ने दी अंतिम विदाई।
@राजेश भाटी
बाड़मेर/समदड़ी। ग्राम पंचायत लालाणा स्थित लालेश्वर महादेव मठ के संत गिरीवरगिरी महाराज रविवार को देवलोकगमन हो गए। संत पिछले लंबे समय से प्रोस्टेट ग्लैण्ड के कैंसर से पीडि़त थे।
जानकारी के अनुसार गत दो दशक से संत गिरीवरगिरी महाराज प्राचीन लालेश्वर महादेव मठ लालाणा में सेवा-पूजा करते थे और यहीं पर रहते थे। करीब 65 वर्षिय संत गिरीवरगिरी महाराज पिछले लंबे समय प्रोस्टेट ग्रंथी के कैंसर से पीडि़त थे। रविवार सवेरे करीब 8 बजे संत गिरीवरगिरी महाराज ने अंतिम सांस ली। इसके बाद दशनामी भेगधारकों ने पार्थिव देह को समाधिस्थ करने की प्रक्रिया को अंजाम दिया। कनाना मठाधीश महंत परशुरामगिरी महाराज, झूंपा मठ समदडी़ के मठाधीश अष्टकौशल महंत मृत्युंजयपुरी महाराज, सुभद्रा माताजी व मामाजी महाराज का धाम सड़लानाडा-लालाणा के गादीपति, निम्बेश्वर हाथीबंध महादेव मठ खारवा-जेठन्तरी के मठाधिपति तथा विश्व संत संगठन राजस्थान प्रदेश के युवाध्यक्ष महंत भुवनेश्वरपुरी महाराज, ऊमरलाई मठ के विरानंद सरस्वती महारा व मोकलसर के चेतनगिरी महाराज सहित कई साधु-संतों ने दिवंगत संत गिरीवरगिरी महाराज को विधि-विधान पूर्वक समाधी दी तथा पुष्पांजलि अर्पित कर दिवंगत संत की आत्मिक शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस मौके पर लॉक डाउन व सोश्यल डिस्डेंसिंग की पालना करते हुए सीमित लोगों ने संत को दी अंतिम विदाई।
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