स्काउट बालचर ने जान पर खेलकर घायल हिरण की जान बचाई। @घमण्डाराम परिहार बाड़मेर/बायतु। थार के मरुस्थल में वैसे तो हर प्राणी ...
स्काउट बालचर ने जान पर खेलकर घायल हिरण की जान बचाई।
बाड़मेर/बायतु। थार के मरुस्थल में वैसे तो हर प्राणी हर दिन अपनी जान पर खेलकर जीता हैं, मगर बात जब प्राणियों के झगड़े की हो और ऊपर से कोई नन्हा बालक अगर इन प्राणियों के प्राण बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दें तो कुछ अलग लगता हैं। जी हां आपने सही सुना हैं कि बायतु पंचायत समिति के सेवनियाला ग्राम पंचायत में गुरूवार दोपहर को जंगली श्वानो ने एक चिंकारा को गंभीर घायल कर दिया। चिंकारा के चिल्लाने की आवाज सुनकर उल्लास ओपन स्काउट ट्रूप के स्काउट बालचर मगराज बेनिवाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर श्वानो को भगाकर चिंकारा की जान बचाई। बालचर मगराज बेनिवाल ने ग्रामीणो को सहयोग से घायल चिंकारा की सूचना सिणधरी वन विभाग को दी। लेकिन सेविनियाला मे कार्यरत कार्मिक ने अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतते हुए चिंकारा की कोई सुध नहीं ली। स्काउट बालचर ने रात भर चिंकारा की निगरानी रखी। शुक्रवार को इसकी सूचना सिणधरी रेंजर को दी गई, लेकिन रेंजर भी अपने कार्मिक की लापरवाही पर पर्दा डालते नजर आए। इसके बाद घायल चिंकारा को निजी वाहन से सिणधरी पहुंचाया गया।
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