बायतु के बीएसटीसी डिग्री धारकों ने शिक्षा मंत्री डोटासरा के बयान को लेकर दिया ज्ञापन। @राकेश जैन बाड़मेर। जिले के बायतु उपखण्ड ...
बायतु के बीएसटीसी डिग्री धारकों ने शिक्षा मंत्री डोटासरा के बयान को लेकर दिया ज्ञापन।
बाड़मेर। जिले के बायतु उपखण्ड मुख्यालय के आगे बीएसटीसी डिग्री धारकों ने विरोध प्रदर्शन कर उपखण्ड अधिकारी विवेक व्यास के मार्फ़त प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लेवल प्रथम में केवल बीएसटीसी (2 वर्षीय डिप्लोमा) वालों को शामिल करने और बीएड डिग्री धारकों को बाहर करने मांग की। इस दौरान लक्ष्मण राम पोटलिया ने बताया कि प्रथम लेवल में बीएड वालों को शामिल करना बीएसटीसी के विद्यार्थियों के साथ अन्याय है, हमारे पास केवल एक ही विकल्प लेवल प्रथम है लेकिन बीएड वालों के पास कई विकल्प है जिसका वे फायदा उठाएं। वहीं जसराज जाखड़ का कहना है सरकार समय रहते भर्ती की विसंगतियों को दूर करें लेवल प्रथम में केवल बीएसटीसी डिग्री धारकों को मौका दें, नहीं तो जयपुर में प्रदेश के सभी विद्यार्थी आमरण अनशन व धरना प्रदर्शन की आगामी समय में रणनीति बनाएंगे।
क्या हैं मामला जाने:-
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते वर्ष 2019 में 31 हजार पदों के लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा 2 सितंबर को करवाने की घोषणा की थी तथा शिक्षक भर्ती संबंधी विसंगतियों को दूर करने का भी दावा किया था लेकिन 8 माह बीत जाने के बाद भी न तो विज्ञप्ति जारी हुई और ना ही शिक्षक भर्ती पैटर्न। शिक्षा मंत्री ने बुधवार (8 जुलाई) के बयान में बेरोजगारों को और असमंजस में डाल दिया।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने अजमेर में एक बयान में नियमों का बदलाव करते हुए प्रथम लेवल में बीएड डिग्री धारकों को शामिल करने की बात कही जिसके बाद प्रदेश में करीब तीन लाख बीएसटीसी डिग्रीधारी काफी आक्रोश में है जिसका वे सोशल मीडिया के माध्यम से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उसके बाद यह मुद्दा ट्विटर पर टॉप ट्रेडिंग में चल रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं