एक रिश्ता ऐसा भी: बाड़मेर के वात्सलयघाम में बंधवाई राखियां, सूरत में जरूरतमन्दों को बांटे फूड पैकेट। जन्मभूमि व कर्मभूमि पर सामुहिक रूप से मन...
एक रिश्ता ऐसा भी: बाड़मेर के वात्सलयघाम में बंधवाई राखियां, सूरत में जरूरतमन्दों को बांटे फूड पैकेट।
जन्मभूमि व कर्मभूमि पर सामुहिक रूप से मनाया रक्षाबन्धन।
बाड़मेर। जय माता दी चेरिटेबल ट्रस्ट जन्मभूमि व कर्मभूमि पर रक्षाबन्धन का त्यौहार एक साथ मनाकर अनुठी मिशाल पेश की। बाड़मेर में उन बालिकाओं से राखी बंधवाई जिनका इस जहां में कोई नही है वो वात्सलयधाम में रह रही है। वही सूरत में जरूरतमन्दों लोगो को फूड के पैकेट बाटकर इस पावन पर्व पर उनके साथ खुशियों को साझा किया। वात्सलय घाम में राखीयां बन्धवाते वक्त वहां के माहौल मे एक बार आंखों को नम कर गया। भाईयों की कलाई पर राखी बांधते वक्त बालिकाएं खुश थी कि जहां में उसका ख्याल रखने वाला भाई मिल गया। राखी बंधवाने के बाद ट्रस्ट की ओर से उपहार स्वरूप उनको पहनने के लिए ड्रेस एवं मिठाईयां दी। ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश बोहरा ने साध्वी सत्यसिद्धा को कहा कि उन्हे जब भी लगे वो सूचना कराएं ये इस ट्रस्ट के सदस्य हर सम्भव मदद के लिए तैयार रहेगा। वही साध्वी सत्यसिद्धा ने कहा कि ऐसे कम ही मौके आते जब लगता है कि उनका भी कोई अपना है जो उनका ख्याल रखनें वाला है। उन्होने कहा कि यकिनन ये रक्षा बन्धन का आयोजन उनके लिए हौसला देने वाला है। ऐसे अनुठे आयोजन कि पहल करने वाले सदस्यों का आभार व्यक्त करती हुं। उन्होने कहा कि अब राखी बन्धवाई है उनका फर्ज भी याद रखना समय-समय पर अपनी बहनों को सम्भालने जरूर आना ताकि इन बच्चियों को रिश्तो की गहराई भी पता चले। अन्त में साध्वी सत्यसिद्धा ने सभी को धर्म के सद्मार्ग पर चलते हुए मानव सेवा करते रहने की बात कही।
सूरत में बांटे फूड पैकेट: जन्मभूमि के साथ साथ कर्म भूमि पर भी रक्षा बंधन पर जरूरतमन्दों को खाने के फूड पैेकेट बाटकर उनके साथ त्यौहारों की खुशी को साझा किया। ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश बोहरा ने बताया कि सम्भवतया ये पहला ग्रुप है जो जन्मभूमि एवं कर्मभूमि पर सेवा करने का कार्य कर रहा है। सूरत की टीम ने दिल्ली गेट, पर्वत पाटिया, सहारा दरवाजा, साई बाबा मन्दिर, लम्बे हनुमान रोड़, रेल्वे स्टेशन सहित कई स्थानों पर पैकेट बांटे गए।
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