आत्मनिर्भर भारत की तस्वीर, श्रमदान ही वरदान: फड़ौदा बाड़मेर/बायतु/गिड़ा। श्रमदान ही वरदान गांधीवाद के महत्वपूर्ण तत्व है गांधीजी ने निजी जीवन ...
आत्मनिर्भर भारत की तस्वीर, श्रमदान ही वरदान: फड़ौदा
बाड़मेर/बायतु/गिड़ा। श्रमदान ही वरदान गांधीवाद के महत्वपूर्ण तत्व है गांधीजी ने निजी जीवन में सदैव इन तत्वों को महत्व दिया तथा निजी काम स्वयं हाथों से ही करते थे,आपके अनुसार बिना परिश्रम स्वयं व राष्ट्र का विकास असम्भव है।
यह विचार इको क्लब राउमावि पूनियो का तला के तत्वावधान में स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित एक दिवसीय जन जागरुकता और पर्यावरण सेवा शिविर के समापन के अवसर पर पीईईओ महेंद्र सिंह फडौदा ने व्यक्त किये। इस शिविर के अंतर्गत पीईईओ क्षेत्र पूनियो का तला के शिक्षकों ने प्रातः सात बजे से शाम तक सार्वजनिक चौक स्थित सरस्वती पार्क में ऊगी झाड़ियों, घास, खरपतवार, पालीथीन और अन्य कचरे को हटाकर साफ किया। विगत दिनों लगाए पौधों की कटाई - छंटाई करके पानी, दीमक रोधी दवा और कंपोस्ट खाद डाली गई।
पार्क के चारों ओर लगाई गई ग्रिल का रंग रोगन किया गया और चारदिवारी की ऊंचाई बढाने के लिए चारों ओर तारबंदी की गई। जिसके लिए आवश्यक संसाधन गोरखाराम पूनिया और पीईईओ परिवार पूनियो का तला की ओर उपलब्ध करवाये गये।
इसके बाद जन जागरूकता और गांधी दर्शन परिचर्चा में सभी शिक्षको ने भाग लिया, जिसमें हमारे वर्तमान समय में गांधीजी के विचारों की प्रासंगिकता और अपने निजी जीवन में गांधीवाद की उपयोगिता विषय पर चर्चा की गई। आस पास मौजूद सभी लोगों को मास्क वितरित किये गए, कोविड-19 एडवाइजरी पर चर्चा की गई।
पीईईओ महेंद्र सिंह ने सभी संभागियों का आभार व्यक्त किया, अनूप कुमार, राजेन्द्र कुमार, रामस्वरूप, बालूसिंह, पूनमाराम, जगजीवन राम, बाबूलाल, पेम्प सिंह, फोजराम, भैराजराम, मोटाराम, सांगाराम, मांगीलाल, बजरंग खिलेरी, जोगाराम, सांगाराम, हरिराम सारण, देराज राम, रूपसिंह,गिरधारी राम, अर्जुन चौधरी, हंसराज, सुरेंद्र कुमार, राकेश कुमार, खरताराम का सहयोग रहा तथा मारवाड़ी जीवन का आधार काचर-फली की सब्जी व बाजरे का सोगरा से स्नेहभोज किया।
इस अवसर पर पीईईओ महेंद्र सिंह फड़ौदा के नेतृत्व में पूनियो का तला शिक्षक वर्ग की पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता,और कोविड-19 महामारी से जागरूकता से जुड़ी सेवाभावी पहल की सभी ने सराहना की।
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