बाड़मेर शहर में तीन करोड़ की लागत से बनेगा रेलवे अंडरब्रिज, कार्य योजना तैयार। बाड़मेर। जिला मुख्यालय पर करीब 50 साल पुरानी रेलवे क्रॉसिंग पर अ...
बाड़मेर शहर में तीन करोड़ की लागत से बनेगा रेलवे अंडरब्रिज, कार्य योजना तैयार।
बाड़मेर। जिला मुख्यालय पर करीब 50 साल पुरानी रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरब्रिज की समस्या का आने वाले नए साल में समाधान होने वाला है। शास्त्रीनगर रेलवे फाटक पर 3 करोड़ की लागत से अंडरब्रिज बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। करीब 3 मीटर ऊंचा और 5 मीटर चौड़ा अंडरब्रिज बनाने के लिए रेलवे से परमिशन मिलने का इंतजार है।
बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने बुधवार को निरीक्षण किया। गुरुवार को रेलवे की ओर से निरीक्षण किया गया। पीडब्ल्यूडी ने रेलवे से अंडरब्रिज बनाने के लिए स्थान का चयन कर अनुमति मांगी है। विधायक मेवाराम जैन की मांग पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 3 करोड़ की लागत से शास्त्रीनगर फाटक पर अंडरब्रिज बनाने की सौगात दी थी।
इसके बाद अब कवायद शुरू कर दी गई है। करीब डेढ़ माह में कोटा से टीम आकर सर्वे कर डीपीआर तैयार करेगी। इसके बाद डीपीआर को जयपुर भेजा जाएगा और नए साल में अंडरब्रिज का काम शुरू हो जाएगा। बुधवार को बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, सभापति दिलीप माली और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने अंडरब्रिज निर्माण के लिए मौका स्थल का निरीक्षण किया।
शहर का पहला अंडरब्रिज होगा:
बाड़मेर शहर का पहला अंडरब्रिज शास्त्रीनगर फाटक पर तैयार होगा। यहां 24 घंटे में करीब 25-30 बार फाटक बंद होता है। ऐसे में शास्त्रीनगर, गांधीनगर, विष्णु कॉलोनी, रीको, कृषि उपज मंडी, राम नगर सहित कई इलाकों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ये कहे कि जैसे ही फाटक बंद होता है तो शहर दो भागों में बंट जाता है। पीडब्ल्यूडी की ओर से अंडरब्रिज बनाने के लिए मौका स्थिति का सर्वे किया गया है। पीडब्ल्यूडी की तरफ से स्थान को चिन्हित किया गया है, लेकिन रेलवे की टीम गुरुवार को स्थान देखेगी। इसके बाद काम शुरू होगा।
यह हैं अंडरब्रिज की खासियत:
तीन करोड़ की लागत वाले अंडरब्रिज से पानी भराव की समस्या नहीं रहेगी और फाटक बंद होने के पर दोनों और लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी।
दरअसल यह शहर का पहला अंडरब्रिज होगा। फिलहाल शहर में कहीं भी रेलवे क्रॉसिंग के नीचे अंडरब्रिज नहीं है। ऐसे में 3 करोड़ की लागत से बनने वाले इस अंडरब्रिज की खासियत ये होगी कि यहां पानी का भराव नहीं होगा। शहर की तरफ से ढलान ज्यादा होने से पानी बहाव के साथ आसानी से निकल जाएगा। करीब 3 मीटर की हाइट और 5 मीटर चौड़ा ओवरब्रिज होगा, जहां से छोटे-बड़े वाहन भी आसानी से निकल सकेंगे। दिनभर में फाटक बंद होने से बार-बार लगने वाले जाम से मुक्ति मिल जाएगी।
विभागीय कार्य योजनानुसार रेलवे विभाग से अण्डरब्रिज बनाने की स्वीकृति इसी माह तक मिल जाएगी, वही कोटा की कम्पनी को इसी साल नवंबर तक डी पी आर बनाकर देने का जिम्मा सौंपा हैं, अगले वर्ष के आरम्भ में निविदा जारी करने की योजना हैं, तीन करोड़ की लागत वाला ब्रिज छह माह में तैयार हो जायेगा।
इनका कहना हैं
शास्त्रीनगर फाटक पर अंडरब्रिज बनाने के लिए मौका देखकर स्थान चिन्हित किया गया है, रेलवे से परमिशन का इंतजार है। अगले माह तक कोटा से टीम आकर सर्वे करेगी और डीपीआर बनाएगी। इसके बाद डीपीआर को जयपुर भेजेंगे और नए साल में काम शुरू हो जाएगा। ढलान होने से इस अंडरब्रिज में पानी भराव की समस्या नहीं रहेगी। करीब 3 मीटर हाइट होगी। फाटक बंद होने से बार-बार लगने से वाले जाम से लोगों को राहत मिलेगी।
- महावीर बोहरा, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी, बाड़मेर
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