नेत्र जांच और कोविड अवेयरनेस से लाभान्वित होंगे जिले के 16500 हस्तशिल्पी। बाड़मेर। कमजोर नजर वालों को चश्में प्रदान होगें। विजन स्प्रिंग इंडि...
नेत्र जांच और कोविड अवेयरनेस से लाभान्वित होंगे जिले के 16500 हस्तशिल्पी।
बाड़मेर। कमजोर नजर वालों को चश्में प्रदान होगें। विजन स्प्रिंग इंडिया व हस्तशिल्प निर्यात संवधर्न परिषद नई दिल्ली के सहयोग से ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान द्वारा बाड़मेर जिले में सोलह हजार पांच सौ हस्तशिल्पियों को आई स्क्रीनिंग और कोविड अवेयरनेस कार्यक्रम से लाभान्वित किया जायेगा।
ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की अध्यक्ष एवं अंतर्राष्ट्रीय फैशन डिज़ाइनर रुमा देवी ने बताया की ग्रामीण इलाकों में दूर – दराज ढाणीयों में रहने वाली माताओं एवं बहनों की आँखें समय के साथ कमजोर होती जाती है जिससे इनको खेती, पशुपालन व घरेलू कुटीर उद्योग जैसे काम करने में बहुत दिक्कत होती है। संस्थान द्वारा प्रारम्भिक सर्वे के आधार पर 100 गांवों की 16500 माताओं एवं बहनों को इस कार्यक्रम से लाभान्वित किया जायेगा।
रूमा देवी ने बताया कि लगभग एक महिने तक चलने वाले इस कार्यक्रम में गांव की बहने समाजिक कार्यकर्ता व स्वयंसेवक के तौर पर महत्व पूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
विजन स्प्रिंग इंडिया टीम ने बताया की इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा आँखों की टेस्टिंग करके चश्मा प्रदान किया जायेगा एवं मोतियाबिंद या अन्य कोई समस्या होने पर इलाज हेतु आवश्यक दिशा - निर्देश प्रदान किये जायेंगे। आँखों की टेस्टिंग के साथ ही आवश्यक नंबर का चश्मा प्राप्त होने से महिलाएं हस्तशिल्प, खेती, पशुपालन आदि कार्य सरलता और सुगमता से कर पाएंगे।
ईपीसीएच के जनरल डायरेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान कोरोना से बचाव हेतु जरुरी सभी सावधानियों का पालन किया जायेगा एवं लाभान्वित को हाथ धोना, मास्क के प्रयोग, सेनेटाइजर का प्रयोग, सामाजिक दूरी रखना आदि के बारे में जागरूक किया जायेगा।
संस्थान सचिव विक्रम सिंह ने बताया कि आई स्क्रीनिंग के दौरान मास्क का प्रयोग, सेनेटाइजर का प्रयोग आदि कोविड गाइडलाइंस का पालन अनिवार्य रहेगा।
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