किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए काम रही है मोदी सरकार : कैलाश चौधरी केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा क...
किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए काम रही है मोदी सरकार : कैलाश चौधरी
केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों को देश में कहीं भी फसल बेचने की आजादी, फसल बीमा योजना में सुधार, यूरिया की 100 प्रतिशत नीम कोटिंग और मृदा स्वास्थ्य कार्ड जैसे कदम उठाए
नई दिल्ली। कृषि एवं उर्वरक संबंधी विषयों को लेकर मंगलवार को कृषि भवन में दोनों मंत्रालयों के सभी केंद्रीय मंत्रियों का चिंतन शिविर हुआ। इसमें केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा, केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख जी मांडविया, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और पुरुषोत्तम रुपाला सहित दोनों विभागों के सचिवगण उपस्थित रहे। बैठक के बाद इसमें हुई चर्चा के बारे में बताते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार देश में कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिये कई कदम उठा रही है ताकि किसानों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा किसानों की आय दोगुनी करने और उत्पादन लागत तथा उनकी कठिनाइयों को कम करने के लिये केंद्र सरकार बदलते समय के साथ अपने प्रयासों को भी बढ़ोतरी कर रही है। केंद्रीय मंत्री चौधरी ने कहा कि चाहे किसानों को देश में कहीं भी फसल बेचने की आजादी देना हो, हजारों किसान उत्पादन संगठनों का गठन हो, रुकी हुई सिंचाई परियोजनाओं का पूरा करना हो, फसल बीमा योजना में सुधार हो, यूरिया की 100 प्रतिशत नीम कोटिंग हो या फिर मृदा स्वास्थ्य कार्ड हो। सभी का लक्ष्य कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाना है ताकि किसानों के खेती में कोई दिक्कत न आए। इस प्रकार की पहल लगातार की जा रही हैं।
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विज़न के अनुरूप स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। सभी उर्वरक कंपनियों को गैस आधारित प्रौद्योगिकी में परिवर्तित किया जा रहा हैं और 2023 तक भारत उर्वरकों के उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार देश में जैविक और नैनो उर्वरकों के उत्पादन को प्रोत्साहित कर रही है, क्योंकि वे 25 से 30 प्रतिशत तक किफायती हैं, 18 से 35 प्रतिशत तक अधिक उपज देते हैं और मिट्टी की उर्वरता को भी बनाए रखते हैं। कैलाश चौधरी कहा कि यूरिया का अत्यधिक उपयोग मिट्टी के स्वास्थ्य को खराब कर सकता है। उन्होंने किसानों को अपने मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार उर्वरकों का उपयोग करने की सलाह दी।
एफपीओ को बढ़ावा दे रही है केंद्र सरकार :
कृषि क्षेत्र में सुधारों का जिक्र करते हुए कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि किसानों के लिये उनके उत्पाद बेचने के मामले में सीमित दायरे को समाप्त किया गया है। अब किसान दुनिया के किसी भी हिस्से में अपना सामान बेच सकता है। इसके लिए केंद्र सरकार किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को बढ़ावा दे रही है। साथ ही केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने दोहराया कि कृषि और गैर कृषि उत्पादों के लिये ग्रामीण इलाकों में संकुलों का विकास किया जाएगा। इस कदम से किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने में मदद मिलेगी।
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