रामदेवरा में मनाया गया करवा चौथ का पर्व हर्षोल्लास के साथ। छलनी में चांद व पति का चेहरा देखा @ पूरणसिंह सोढ़ा जैसलमेर/पोकरण/रामदेवरा। क़स्बे स...
रामदेवरा में मनाया गया करवा चौथ का पर्व हर्षोल्लास के साथ।
छलनी में चांद व पति का चेहरा देखा
@ पूरणसिंह सोढ़ा
जैसलमेर/पोकरण/रामदेवरा। क़स्बे सहित आस पास के ग्रामीण क्षेत्रो में करवा चौथ का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हिंदू महिलाएं इस व्रत को अखंड सुहाग का प्रतिमान मानती हैं। सौभाग्यवती महिलाएं इस दिन अपने पति की दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की मंगल-कामना करके भगवान रजनीश (चंद्रमा) को अर्घ्य प्रदान करती हैं। करवा में शिव-शिवा और स्वामी कार्तिकेय का पूजन किया जाता है।
हिंदू मान्यताओं के मुताबिक चन्द्रमा को ब्रह्मा का रूप माना जाता है। इसके अलावा चंद्रमा को लंबी आयु का वरदान भी प्राप्त है। चांद में सुंदरता, सहनशीलता, प्रसिद्धि और प्रेम जैसे सभी गुण पाए जाते हैं। इसलिए सुहागिन महिलाएं छलनी से पहले चांद देखती हैं फिर अपने पति का चेहरा। वह चांद को देखकर यह कामना करती हैं कि उनके पति में भी यह सभी गुण आ जाएं।
कोई टिप्पणी नहीं