ओवरलोड निजी वाहनों से हादसे का डर, मनमाना वसूल रहे किराया। @ भगाराम पंवार बाड़मेर/बालोतरा। निजी वाहन चालक खुलेआम वाहनों पर ओवरलोड सवारियां भर...
ओवरलोड निजी वाहनों से हादसे का डर, मनमाना वसूल रहे किराया।
@ भगाराम पंवार
बाड़मेर/बालोतरा। निजी वाहन चालक खुलेआम वाहनों पर ओवरलोड सवारियां भरकर सड़कों पर फर्राटें भर रहे है। जबकि आये दिन यही वाहन सड़क हादसों का कारण बन रहे है। यह सारा खेल पुलिस के आंखों के सामने हो रहा है। इसके बाद भी ऐसे ओवरलोड सवारियों से भरी वाहन चालकों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय पुलिस ने आंख मूंदी हुई है। यही वजह है कि क्षेत्र में सड़क हादसे थम नहीं रहे है। बालोतरा व सिवाना उपखंड क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निजी वाहन चल रहे है। क्योंकि पुराने वाहनों पर सवारियों के बैठाने का कहीं कोई मानक नहीं है। वाहन चालक क्षमता से अधिक सवारियां बैठकर ले जाते है। यह नजारा हर दिन छतरियों का मोर्चा नया बस स्टैंड, समदड़ी रोड़, पचपदरा रोड़, सिवाना रोड़ सहित गांवों में देखा जा सकता है। जबकि इन सभी मुख्य रास्तों पर पुलिस की ड्यूटी रहती है। निजी वाहन चालक इन्हीं के सामने से ओवरलोड सवारियों को बैठाकर निकलते रहते है। इसी प्रकार थाने के सामने से अनेकों रिक्शा पीछे और किनारे सवारियां को लटका कर जा रही है। यह तो एक मात्र उदाहरण है। इस तरह से नजाने कितने वाहन ओवरलोड सवारियों को भरकर चलने का काम कर रहे है और पुलिस जानकार भी अंजान बनी हुई है। गांवों में चलने वाले अधिकतर ऑटो के नंबर प्लेट तक नहीं होती है एवं किराया भी मनमाना वसूल कर रहे है।
जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है तक पुलिस व प्रशासन की आंख खुलती है लेकिन फिर घटना के कुछ दिन बाद पुरानी ढर्रे पर ओवरलोड वाहन सड़कों पर दौड़ना शुरु कर देते है। प्राइवेट वाहन चालकों के साथ कड़ाई से पेश न आने कारण ओवर लोड वाहनों का सड़क पर दौड़ना कम नहीं हो रहा है। सवारी भी मजबूरी में प्राइवेट वाहनों पर लटककर आने व जाने को मजबूर है। यात्रियों को रोड़वेज बस सेवा नहीं मिल पाने के कारण ओवरलोड वाहनों में बैठने को मजबूर हैं। निजी वाहन चालक मनमाने किराये लेकर लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं।
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