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तीर्थंकर बनकर मोक्ष में जाने की योग्यता प्रत्येक आत्मा में नहीं होती है : साध्वी

तीर्थंकर बनकर मोक्ष में जाने की योग्यता प्रत्येक आत्मा में नहीं होती है : साध्वी बाड़मेर/धोरीमना। साध्वी प्रियरंजना की पावन निश्रा में स्थानी...

तीर्थंकर बनकर मोक्ष में जाने की योग्यता प्रत्येक आत्मा में नहीं होती है : साध्वी



बाड़मेर/धोरीमना। साध्वी प्रियरंजना की पावन निश्रा में स्थानीय जैन दादावाड़ी धोरीमना परिसर में चल रहे भगवान पार्श्वनाथ जन्मकल्याणक महोत्सव के दौरान अठम तप की आराधना के तीसरे दिन शनिवार को भव्य अनुष्ठान व कार्यक्रम आयोजित हुए। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में कार्यक्रम के अंतिम पायदान के तीसरे दिन पार्श्वमणि तीर्थ प्रेरिका परम पूज्या गुरुवर्या सुलोचना की सुशिष्या मधुर भाषी परम पूज्या साध्वी प्रियरंजना ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वर्षा का जल तो एक ही होता है, परंतु ग्रहण करने वाले पात्र के अनुसार वह अच्छे या बुरे फल के रूप में परिणित होता है। सांप के मुंह में गिरी जल बुंदे विश्व बन जाती है, जबकि सीप के मुंह में स्वाति नक्षत्र में गिरी बुंदे मोती बन जाती है, जल तो एक ही है किंतु पात्रता अनुसार अच्छा बुरा परिणाम आता है साध्वी ने कहा कि तीर्थंकर बनकर मोक्ष में जाने की योग्यता प्रत्येक आत्मा में नहीं होती है। अतः कदाचित तीर्थंकर बनकर मोक्ष में न जाए तो सामान्य केवली बन कर भी मोक्ष में जाने की भावना रखनी चाहिए। 



पार्श्वनाथ प्रभु की आराधना का तत्कालिक फल समाधि भाव की प्राप्ति और परंपरा से फल मोक्ष प्राप्त करता है। आप सभी की भक्ति भावना देखकर या दो-तीन महीने रुकने की भावना होती है, परंतु अभी बाड़मेर के लिए कल प्रस्थान करना होगा आप सभी को प्रभु भक्ति व पूजन का लाभ लेना है, सामायिक मंडल पुणे सामायिक प्रतिक्रमण से जुड़े पार्श्वनाथ प्रभु का अतिशय जगह-जगह उनके नाम स्मरण से हुए चमत्कार वह अनेक तीर्थों की जैसे अंतरिक्ष पार्श्वनाथ, झारखंड पार्श्वनाथ, चारु पार्श्वनाथ, पार्श्वमणि पार्श्वनाथ भगवान आदि की महिमा व निर्माण की घटना बताकर लोगों को मैं दर्शन पूजन करने की भावना जागृत की। गुरूवर्या भक्त नरेश लूणिया ने बताया कि अपने उदगार में गुरुवर्या के उपकारो का वर्णन करते हुए कहा कि गुरूवर्या के बाड़मेर चातुर्मास के बाद कभी भूल ही नही पाया। लाभार्थी परिवार बाबुलाल भुरचंद लूणिया परिवार ने सभी तपस्वीयो को साता पूछते हुए कुशल क्षेम पूछी ओर बाहर आने वाले मेहमानों का लाभार्थी परिवार स्वागत किया गया। लाभार्थी परिवार का जैन श्री संघ धोरीमना व अखिल खरतरगच्छ कुशल महिला मंडल द्वारा अभिनंदन किया गया। बाबूलाल लुनिया ने बताया कि अठम तप तेले की तपस्या करने वाले आराधकों का रविवार को प्रातः में पारणा लाभार्थी परिवार द्वारा कराया जाएगा।

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