ब्रह्यसर दादावाड़ी में जैन आचार्य की निश्रा में बड़ी पूजा का आयोजन। बाड़मेर। कुशल दर्शन मित्र मण्डल बाड़मेर - जैसलमेर के तत्वाधान में अब तक हजार...
ब्रह्यसर दादावाड़ी में जैन आचार्य की निश्रा में बड़ी पूजा का आयोजन।
बाड़मेर। कुशल दर्शन मित्र मण्डल बाड़मेर - जैसलमेर के तत्वाधान में अब तक हजारो शिष्यो को गुरू चरणो के दर्शन का कार्य करवाया। कुशल दर्शन मित्र मण्डल बाड़मेर व कुशल युवा मंडल जैसलमेर की ओर से पौष पूर्णिमा पर विशेष गुरू दर्शन यात्रा का आयोजन किया गया। कुशल दर्शन मित्र मण्डल के पुखराज म्याजलार व राजू वडेरा ने बताया कि पौष पूर्णिमा के उपलक्ष में बाड़मेर, लौद्रवपुर, ब्रह्मसर तीर्थ की यात्रा करायी गयी। वडेरा ने बताया कि यात्रा संघ में 1 बस व अन्य छोटे वाहनों के साथ सैकड़ो गुरुभक्तो के साथ सैकड़ो यात्री स्थानीय आराधना भवन बाड़मेर से रवाना होकर संघ लौद्रवपुर तीर्थ पहुंचा जहां पार्श्वनाथ दादा के दर्शन कर पूजा अर्चना की गई और मनोकामना पूर्ण करने वाला कल्पवृक्ष, अधिष्ठायक नागदेवता, प्राचीन रथ सहित अधिष्ठायक घंटाकर्ण महावीर देव व दादा गुरूदेव के दर्शन वंदन का लाभ लिया। इस अवसर पर शान्ती स्नात्र महापूजन का आयोजन किया गया जिसमें स्थानीय कलाकारो ने पूजन में पाश्र्वनाथ दादा के भजनो की प्रस्तुतियां दी। पूजन के पश्चात संघ लौद्रवपुर से ब्रह्मसर की ओर प्रस्थान कर गया। कुशल दर्शन मित्र मण्डल के भुरचंद सियाणी व रमेश कानासर ने बताया कि ब्रह्मसर दादावाड़ी प्रांगण में दादा जिन कुशलसूरी गुरूदेव के चरण पादुकाओं के आगेें पूर्णिमा को गुरु के नव अंगों की केशर से पूजा की गई व दोपहर में आचार्य जिनमनोज्ञसूरीश्वर एवम मुनि नयज्ञ सागर की निश्रा में गुरु के चरणों मे अष्ट प्रकारी महापूजन का आयोजन किया गया। दोपहर में बड़ी पूजा के दौरान आचार्य जिनमनोज्ञसूरीश्वर ने कहा कि दादा गुरूदेव अदभूत और महिमावन है और इस पावन भूमि पर दादा गुरूदेव अपने भक्तों को लाये है और हर विपदा के समय भक्त की रक्षा की, अपने भक्त के भावनाओं को जीवान्त रखा। आचार्य ने कहा कि ब्रह्मसर की पावन भूमि में स्वर्ग जैसा आनन्द प्राप्त होता है। आप सब जानते है कि गुरूदेव के इस पावन दरबार की महिमा, यह बात सत्य है कि भक्तों ने ऐसे प्रसंगो पर दादा गुरूदेव का प्रभाव देखा है। जो भी भक्त इस ब्रह्मसर दरबार में अपने भाव लेकर गुरूदेव के चरणो में आकर शीष झुकाकर आया, हाथ फैलाकर चरणो में दष्टि रखते हुए आया उसे गुरूदेव ने सत्य की राह दिखाकर मनोकामना पूर्ण की और कोई भक्त खाली हाथ नही गया और गुरूदेव ने कुशल दर्शन मित्र मण्डल ब्रह्मसर ग्रुप बाडमेर व कुशल युवा मण्डल जैसलमेर के पिछले 13 सालो या 150 पूनम के यात्रा की अनुमोदना की व आर्शीवाद दिया।
कुशल युवा मण्डल जैसलमेर के सरूपचंद बागचार नेे बताया कि प्रकाश पारख एण्ड पार्टी द्वारा भजनो की शानदार प्रस्तुतियां दी गई। स्थानीय कलाकार अशोक बोथरा द्वारा प्रस्तुत भजन गुरूवर तेरे चरणों की थोड़ी धूल जो मिल जाये एवं पूनम का है दिन दादा आज थाने आणो है भजन पर भक्त जमकर झुमे। बागचार ने बताया कि महापूजन के बाद महाआरती का आयोजन किया गया। विमलनाथ भगवान की आरती मदनलाल पोकरदास बोथरा गुड़ा वाले, मंगल दीपक ओमप्रकाश हरिराम बोथरा, दादा गुरुदेव की आरती आदमल भगवानदास छाजेड़, मंगल दीपक प्रकाशचन्द शिवलालचंद मालू रंगाला वाले, भेरू जी की आरती का लाभ मोतीलाल नरेन्द्र कुमार कोचर फलोदी वाले हाल बालोतरा वालो ने लिया। सुबह का नाश्ता व दोपहर नवकारसी कुशल दर्शन मित्र मंडल बरमसर ग्रुप बाड़मेर दोपहर में दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा का लाभ विनोद कुमार व्यापारीलाल बोहरा हालावाला परिवार सूरत वालो की ओर से लिया गया, बड़ी पूजा में विनोद कुमार बोहरा हालावाला अहमदाबाद में अस्पताल में भर्ती है उनके कुशल मंगल स्वास्थ्य व जल्द ही स्वस्थ होने की 12 नवकार गिनकर गुरुदेव से अर्ज की गई। शाम को खरतगच्छ आचार्य जिन मनोज्ञसूरीश्वर की प्रेरणा से निर्माणाधीन पदमावती धाम का अवलोकन कर निर्माण कार्य को देखा, ओर निर्माणाधीन योजना बताई गई। अवलोकन के दौरान नाकोड़ा ट्रस्टी ज्ञानीराम मालू, ब्रह्मसर ट्रस्ट के ट्रस्टी बाबुलाल छाजेड़ नवसारी, बाबुलाल मालू जोधपुर, सहित कई गुरुभक्त उपस्थित थे। शाम को तीर्थकर विमलनाथ भगवान और दादा जिनकुशल गुरूदेव की आंगी रचाई गई तथा गुरूदेव का सामुहिक इक्कतीसा का पाठ का आयोजन हुआ।इसके बाद आचार्य के मांगलिक के बाद संघ वापस बाड़मेर की और प्रस्थान किया।
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