ऐसी होली आई कि 13 के जिंदगियां लील गई। हिमाचल/चंबा। जिले में एक घर में आग लग जाने से परिवार के चार सदस्य दम घुटने से मर गए। वहीं अपने जीवन क...
ऐसी होली आई कि 13 के जिंदगियां लील गई।
हिमाचल/चंबा। जिले में एक घर में आग लग जाने से परिवार के चार सदस्य दम घुटने से मर गए। वहीं अपने जीवन का गुजर - बसर के लिए पाल रखे 9 पशु भी जिंदा जल गए। इस दर्दनाक घटना के बाद इलाके में मातम का माहौल बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार घटना चुराह घाटी के गांव सुईला में रविवार देर रात करीब पौने 11 बजे देशराज नामक व्यक्ति के घर में अचानक आग लग गई। इससे पहले की कोई कुछ कर पाता, 4 लोग मौत के आगौश में समा गए। साथ ही 9 पशु भी आग की भेंट चढ़ गए। हालांकि हादसे के वक्त घर में कुल 6 लोग सोए हुए थे। इनमें से 2 को तो समय रहते बचा लिया गया, लेकिन बाकी चार खुद को बचाने में कामयाब हो पाते या फिर उन्हें कोई और सुरक्षित बाहर निकाल पाता, उससे पहले घर के अंदर ही राख हो गए।
इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस थाना तीसा के थाना प्रभारी सुरेंद्र की अगुवाई में पुलिस दल तुरंत घटनास्थल की तरफ रात करीब 2 बजे पहुंच पाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि आग लगने का कारण को फिलहाल कोई पता नहीं चल पाया है।
घटना के वक्त देशराज का 7 वर्षीय बड़ा बेटा माता - पिता से अलग दूसरे कमरे में अपनी दादी के साथ सो रहा था। आग की भनक लगते ही वह अपनी दादी को जगाकर तुरंत बाहर निकला। दोनों ने चीखना - चिल्लाना शुरू कर दिया। जिसके बाद साथ लगते मकानों में सो रहे अन्य लोग उठ खड़े हुए। तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को देशराज की मांग ने बताया कि उसका बेटा अपनी बीवी व बच्चों के साथ मकान के भीतर ही फंसा है। इस पर लोगों ने उन्हें बचाने के प्रयास शुरू किए। ग्रामीण आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत करते रहे। बाल्टियों में पानी भरकर आग पर डालते रहे। काफी देर की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया। इसके बाद जब भीतर जाकर देखा तो तब तक देशराज, उसकी पत्नी और दो बच्चों की मौत हो चुकी थी।
सुईला गांव आज भी सड़क सुविधा से वंचित है:
जहां पर यह आग की घटना घटी है, वह गांव अभी तक सड़क सुविधा से वंचित है। और लोगों को अपने स्तर पर ही आग बुझाने की व्यवस्था करनी पड़ी। इस घटना ने पूरी चुराह घाटी में शोक की लहर पैदा करने का काम किया है। कुछ दिन पहले ही चुराह घाटी में घटी बस दुर्घटना की वजह से चुराह को गहरे जख्म मिले थे तो अब होली की पूर्व संध्या पर आग की इस घटना ने एक बार फिर से घाटी की खुशियों पर नजर लगाने का काम किया है।
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