मुमुक्षु बहनें घर से हुई विदा, 6 मई को पालीतणा में करेगी संयम जीवन की शुरूआत। अठारह अभिषेक महापूजन एवं माता-पिता वन्दनावली, रक्षा बन्धन एवं ...
मुमुक्षु बहनें घर से हुई विदा, 6 मई को पालीतणा में करेगी संयम जीवन की शुरूआत।
अठारह अभिषेक महापूजन एवं माता-पिता वन्दनावली, रक्षा बन्धन एवं विदाई का आयोजन
बाड़मेर। मुमुक्ष भावना संखलेचा एवं विनिता संखलेचा के संयम जीवन के शुरूवात से पूर्व माता-पिता वन्दना एवं प्रभु आज्ञा के लिए अठारह अभिषेक महापूजन का आयोजन किया गया। कोरोना महामारी को देखते हुए उनके परिजन सम्पतराज आदमल संखलेचा परिवार की ओर से बड़े आयोजनों को रद्द करते हुए केवल परिवारजन की उपस्थिति में लंगेरा रोड़ गौड़ी पार्श्वनाथ मन्दिर में महापूजन एवं माता-पिता वन्दनावली, रक्षा बन्धन एवं विदाई का आयोजन किया गया।
उसके बाद मुमुक्षु बहनों को परिवारजन की ओर से विदाई दी गई। विदाई के दौरान परिजनों कि आंखे नम थी वही गिरनार भक्त मण्डल की मार्मिक गीतो की प्रस्तुतियों ने माहौल गमगीन कर दिया। परिवार की ओर से विदाई के बाद दोनो बहनें पालीतणा दीक्षा के लिए रवाना हो गई। ये आखिरी मौका था मुमुक्षु बहनों के परिवार के साथ अब 6 मई को खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिनमणिप्रभसुरिष्वर म.सा. की निश्रा में गुजरात के पालीतणा में सादे समारोह में इनकी दीक्षा सम्पन्न होगी। इस अवसर पिता सम्पतराज संखलेचा ने कहा कि मेरा जीवन आज धन्य हो गया मेरी बेटियों ने मेरे और मेरे कुल के नाम को अमर कर दिया। मुझे खुशी और गम दोनो है कि अब खुशी इस बात की मेरी बेटियों ने मेरा और कुल का नाम उंचा कर दिया, गम है कि अब मेरी बेटियां मेरे और मेरे परिवार के साथ नही होकर प्रभु महावीर कि वाणी का प्रचार करते हुए संयम जीवन व्यतित करेंगी। उनके बचपन के दिनों को यादें ही अब मेरे जीवन का सहारा होगी। कार्यक्रम में कोविड गाइडलाइन की पालना करते हुए परिवार के सदस्यों कि उपस्थिति में ही सम्पन्न हुआ। गौरतलब है कि बाड़मेर के जैन समाज में सम्भवतया पहली बार एक साथ 10 दीक्षाएं 6 मई को पालीतणा में सम्पन्न होगी। इस अवसर पर सरूपचन्द संखलेचा, नाकोड़ा ट्रस्टी गजेन्द्र संखलेचा, नाकोड़ा ट्रस्टी छगनलाल बोथरा, मदनलाल बोहरा, भरत संखलेचा, सम्पतराज धारीवाल, कैलाश हालावाला, जगदीश बोथरा, कपिल मालू, प्रितम हालावाला, पिन्टु संखलेचा सहित परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।
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