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विपरीत परिस्थितियों के बावजूद दुनिया भर में स्वदेशी को बढ़ावा दे रही रूमा देवी: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

विपरीत परिस्थितियों के बावजूद दुनिया भर में स्वदेशी को बढ़ावा दे रही रूमा देवी: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रूमा देवी ने महात्मा गांधी के संकल्पो...

विपरीत परिस्थितियों के बावजूद दुनिया भर में स्वदेशी को बढ़ावा दे रही रूमा देवी: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत



  • रूमा देवी ने महात्मा गांधी के संकल्पों को अपने जीवन में उतारा: मुख्यमंत्री
  • कस्तूरबा गांधी की जयंती पर राज्य स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुआ आयोजित
जयपुर/बाड़मेर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महात्मा गांधी के 150वीं जयंती एवं स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ के आयोजन में कस्तूरबा गांधी की जयंती पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से "गांधी दर्शन व महिला सशक्तिकरण" विषय पर राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिमी राजस्थान के सुदूर इलाके से अपने संघर्ष के साथ कुछ करने की तमन्ना को संजोए हुए रूमा देवी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के संकल्पों को अपने संघर्ष भरे जीवन में उतार कर आगे बढ़ी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रूमा देवी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद दुनिया भर में स्वदेशी को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। उन्होंने रूमा देवी के उल्लेखनीय कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। उन्होने कहा कि हर ब्लाक जिले स्तर पर रूमा देवी जैसी प्रतिभाएं हो।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग ममता भूपेश ने कहा मैं समझती हूं की रूमा देवी बड़े महापुरुषों के आदर्शो का स्वरूप हैं। उन्होंने कहा कि हमारे महापुरुषों ने जो  सपने देखे उसे रूमा देवी पूरा करने का काम कर रही है।


जिला मुख्यालय से वर्चुअल कार्यक्रम द्वारा जुड़कर रूमा देवी ने अपने उद्बोधन में कस्तूरबा गांधी जयंती की बधाई देते हुए कहा कि चंपारण में जिस तरह कस्तूरबा बाई ने महिला विकास के लिए कार्य किए, अनेक आश्रमों में निःशुल्क भाव से अपनी सेवाएं दी। हमेशा पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चली इन्हीं सभी का परिणाम है, कि आज हमारे देश की महिलाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है।



रूमा देवी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का पूरा दर्शन सत्य, अहिंसा, क्षमता पर टिका हुआ हैं, महात्मा गांधी स्वदेशी सामान को अपनाना एवं उस को बढ़ावा देना चाहते थे, जिससे देश विकासशील बने। उन्होंने कहा था कि "भारत के विकास का रास्ता गांवों से होकर गुजरता है"

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए रूमा देवी ने कहा कि राजस्थान राज्य अपने आप में एक कला का हब है। अपने-अपने क्षेत्र की कला के माध्यम से जुड़कर महिला खुद सशक्त बन सकती है। रूमा देवी ने कहा कि आप जहां भी जाए अपनी संस्कृति, पहनावे, भाषा को नहीं छोड़े, अपने क्षेत्र पर गर्व महसूस करें। रूमा देवी ने महिलाओं को संदेश देते हुए कहा कि महिला महिला का सपोर्ट करें,सम्मान करें अपने हक के लिए खुद लड़े। हम सब में कोई ना कोई हूनर जरूर है, उसी हुनर के जरिए आगे बढ़े स्वावलंबी बने।

राज्य स्तरीय इस सम्मेलन में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जिला मुख्यालय व उपखंड मुख्यालय पर 2,000 से ज्यादा प्रतिभागियों ने जुड़कर भाग लिया। वहीं 1 लाख 36000 से अधिक लोगों ने कार्यक्रम को लाइव देखा।

कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा, सामाजिक कार्यकर्ता आशा बोथरा, गांधीवादी विचारक सुदर्शन अंयगंर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

वही जिला मुख्यालय पर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा, जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन दान रतनू, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक प्रहलाद सिंह राजपुरोहित सहित तमाम जनप्रतिनिधि व अधिकारी जुड़े।

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