ग्राउंड रिपोर्ट: कोरोना काल में लूट की छूट: जन अनुशासन पखवाड़ा में किराणा की दुकानों पर हो रही जमकर गुटखा तम्बाकू की कालाबाजारी, जिम्मेदार ...
ग्राउंड रिपोर्ट: कोरोना काल में लूट की छूट: जन अनुशासन पखवाड़ा में किराणा की दुकानों पर हो रही जमकर गुटखा तम्बाकू की कालाबाजारी, जिम्मेदार कर रहे खानापूर्ति
- गुटखा कालाबाजारियों की ''नई साजिश” माल नही होने का हवाला देकर आम जनता से लूटमार
- लोगों से दुगुनी राशि वसूल रहे गुटखा व्यापारी
जालोर/सायला। कोरोना काल भले ही आम लोगों की जिदगी के साथ रोजी-रोटी पर संकट लाया हो, लेकिन इस काल का मुनाफाखोर, जमाखोर और कालाबाजारी करने वाले खूब फायदा उठा रहे हैं। मुफ्तखोर दुकानदार इस संकट की घड़ी में कालाबाज़ारी करने से बाज़ नहीं आ रहे है। प्रदेश में लगे दो दिन के वीकेंड कर्फ्यू के बाद सरकार ने कोरोना की चैन तोड़ने के लिए इसे आगामी 3 मई तक बढ़ाते हुए जन अनुशासन पखवाड़े के रूप में नई गाइडलाइंस जारी की हैं। जिसमें आवश्यक वस्तुओं जैसे किराना, फल, फ्रूट आदि की खरीददारी में कोरोना गाइडलाइंस की पालना के साथ कुछ विशेष छूट दी हैं। ताकि आम इंसान को होने वाली मुसीबतों से भी बचा जा सके तथा बढ़ते कोरोना संक्रमण को भी रोका जा सके। लेकिन यह लॉकडाउन गुटखा तम्बाकू के नशेड़ियों की जेब पर चाकू चला रहा हैं। वहीं किराणा सहित गुटखा तम्बाकू बेचने वाले दुकानदारों के लिए यह कोरोना काल काली कमाई करने का एक अवसर लेकर आया हैं। गुटखें के बड़े व्यापारियों द्वारा आमजन की सबसे ज्यादा जेब काटी जा रही हैं। पिछले साल भी जहाँ लॉक डाउन में गुटखें तम्बाकू चार से पांच गुना दामों में बिके। वही बीच में गुटखे तम्बाकू के भाव सामान्य हो गए थे। लेकिन अब अचानक कोरोना के मामले बढ़ने के साथ सरकार द्वारा कुछ पाबंदियां लगाई गई तो कई बड़े कालाबाजारियों के द्वारा माल नही आने का हवाला देकर एक बार फिर अपनी कालाबाजारी बढ़ा दी है। पिछले कुछ दिनों में लॉकडाउन लंबे समय तक चलने की एक अफवाह के कारण पान मसाला, तम्बाकू दुकानों पर दुकानदारों द्वारा माल का स्टॉक कर लिया गया और माल नहीं होने का हवाला देकर दुकानदारों द्वारा एकदम ग्राहकों को मॉल देना बंद कर दिया गया। गुटखा कारोबारियों ने माल खत्म होने की घोषणा कर दी, लेकिन वास्तविकता देखे तो यह जमकर कालाबाजारी हुई है। इसके बाद बेचने वालों ने इसका पूरा फायदा उठाया। कुछ ही देर बाद गुटखा तम्बाकू दुगुने दामों पर बिके।
वही जिम्मेदार इनके ऊपर कार्यवाही करने की बजाय अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है। यथा कहीं एक दो दुकान पर अपनी कार्यवाही कर कार्य की इति श्री कर देते हैं। जिससे न तो दुकानदारों में प्रशासन की कार्यवाही का कोई ख़ौफ़ है और न ही दुकानदार इस विकट परिस्थिति में कालाबाजारी करने से बाज़ आ रहे हैं। जिम्मेदारों की ओर से कोई उचित कार्यवाही नही होने से बड़े व्यापारी जमकर कालाबाजारी कर रहे हैं। जिसका भार नशे की लत के आदि आमजन को मजबूरीवश उठाना पड़ रहा हैं।
बड़े व्यापारियों की काली साजिश:
गुटखे तंबाकू का नाम आते ही वे लोग चुप हो जाते हैं जो कि नशे के कारोबार पर कुछ भी बोलने से डरते हैं। मगर उन लोगों को इस चुप्पी का फायदा मिल रहा है जो इसका अवैध काला धंधा करने में लगे हैं। ऐसे में बड़े कालाबाजारियों द्वारा लॉकडाउन के नाम पर झूठी अफवाहें फैलाकर गुटखे तंबाकू की दुगुनी राशि लेकर ब्लेक मार्केट में बेच रहे है। बड़े व्यापारियों की इस काली साजिश के तहत सायला व जीवाणा क्षेत्र के कई कस्बों में बड़े गुटखा व्यापारियों ने एक साथ सप्लाई भी रोक दी। जैसे ही यह सप्लाई रोकी गई तो लोगों में हड़कंप मच गया। छोटी दुकानों पर गुटखा तंबाकू के दाम बढ़ा दिए गए। यहां तक की छोटी दुकानों को भी बड़े कारोबारी ऊंचे दामों में गुटखा तम्बाकू बेचने लगे। यह दाम कई गुणा ज्यादा करके काला धन बटोरने की साजिश रची गई।
क्षेत्र में जमकर हो रही कालाबाजारी:
सायला उपखण्ड क्षेत्र में थोक व्यापारियों की ओर से छोटे-छोटे दुकानदारों को मंहगे दामों में तम्बाकू उत्पादों को बेचा जा रहा है। जिसके कारण बाजार में गुटखा, तम्बाकू उत्पादों की कमी होने से यह दुगुनी मंहगी हो गई है। इतना ही नहीं सिगरेट व बीड़ी के दामों में भी रेट बढ़ा दी गयी है।
दुगुनी राशि वसूल रहे दुकानदार:
वर्तमान में पांच रुपये के गुटखें के दस व दस रुपये के गुटखा की कीमत 15 से 20 रुपये तक वसूली जा रही है। आलम यह है कि नशेड़ी सोकर उठने से लेकर रात होने तक गुटखा तम्बाकू की तलाश में लगे रहते है। कस्बे में कई स्थानों पर मंहगे दामों में तम्बाकू उत्पाद बेचे जा रहे है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन क्षेत्र में बढ़ते गुटखा के कालाबाजारी करने वालों को देखकर भी मूकदर्शक बना हुआ है।
कोरोना काल मुफ्तखोरों के लिए वरदान:
वैसे तो कोरोना नाम से ही भय लगता है। लेकिन कालाबाज़ारियों के लिए काली कमाई करने का एक जरिया मिल गया है। इनके लिए तो कोरोना काल एक वरदान साबित हो रहा है। व्यापारी उन लत से मजबूर नशेड़ियों की जेब काटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। वहीं अब प्रशासन की तरफ से कोई उचित कार्यवाही नहीं होने से इन कालाबाजारियों को अब आम जन को लूटने की आदत पड़ गयी है और यह व्यापारी भी यही चाहते है कि आमजन की जेब कटे तो कटे बस हमारी जेब भरनी चाहिए।
मीडिया में प्रकाशित हो रही खबरें:
आपको बता दे कि वीकेंड लॉक डाउन से ही गुटखा तम्बाकू की कालाबाजरी को लेकर मीडिया प्रशासन को आगाह कर रहा है। लेकिन बावजूद इसके उचित कार्यवाही के अभाव में नशे के आदि मुह मांगी रकम देने को मजबूर है। वहीं प्रशासन मूक दर्शक बनकर इन कालाबाजारियों पर अपनी मेहरबानी बनाए हुए हैं।
ग्राहक ही नहीं रिटेलर भी परेशान:
इस कालाबाजारी से ग्राहक ही परेशान नहीं है बल्कि रिटेलर भी परेशान हैं। उनका भी कहना है कि लॉकडाउन के नाम पर उनसे भी होलसेलर ज्यादा रुपए ऐंठ रहे है। वहीं अब होलसेलर तो सीधा माल मंगवा लेते हैं लेकिन रिटेलर दुकानदारों को माल ही नही मिल पाता। जिससे वह होलसेलर से महंगे दामों में खरीदकर अपना लाभ जोड़कर बेचते है। जिसका सीधा असर आमजन पर पड़ रहा हैं।
प्रशासन से उठ रहा आमजन का विश्वास:
क्षेत्र में गुटका पाउच, बीड़ी, सिगरेट आदि को लेकर कालाबाजारी रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। यहां मनमाने तरीकों से ग्राहकों से पैसे ऐंठने का काम किया जा रहा है। तंबाकू बीड़ी सिगरेट और खासकर गुटखा पाउच को लेकर थोक व्यापारियों द्वारा जमकर लूट पट्टी की जा रही है। यथा कहीं प्रशासन भी अपनी कार्य की इति श्री कर रहे हैं। लेकिन जब तक यह कालाबाजारी नही रुकेगी तब तक आमजन दुकानदारों से अधिक प्रशासन को कोसता रहेगा। वहीं कार्यवाही के बाद भी कालाबाजारी नहीं रुकना प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न अंकित करती हैं। वही अब प्रशासन से आमजन का उठता जा रहा है। जिम्मेदारों को चाहिए कि बिना किसी देर किए तत्काल ऐसे कालाबाजारियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जावे ताकि आमजन को राहत मिल सके।
कालाबाजारियों के खिलाफ कर सकते हैं शिकायत:
गुटखा तंबाकू की कालाबाजारी के खिलाफ आमजन अगर कार्रवाई करवाना चाहता है तो अपने जिले के संबंधित जिला कलेक्टर कार्यालय, पुलिस थाना व जिला रसद अधिकारी कार्यालय में इसकी सीधी शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा कालाबाजारी करने वाले के खिलाफ सीधे राज्य सरकार को शिकायत भेजी जा सकती है। वहीं राज्य सरकार के निर्देशानुसार खाद्द एवं नागरिक आपूर्ति विभाग व उपभोक्ता मामलात द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया गया हैं कि मानवीय जीवन के लिए संकट बन चुके कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु राज्य सरकार द्वारा वीकेंड कर्फ्यू के दौरान व अन्य अफवाहों की वजह से बाजारों में आवश्यक वस्तुओं पर मूल्य से अधिक राशि लेने वाले एवं अवधिपार सामग्री बेचने वाले दुकानदारों पर शख्त कारवाही की जाए। वहीं दुकानदार के द्वारा सरकारी नियमों की पालना नही करने पर उक्त दुकानदारों पर कार्यवाही की जाए। उक्त सम्बन्ध में शासव सचिव खाद्द एव नागरिक आपूर्ति एव उपभोक्ता मामलात द्वारा जारी हेल्प लाइन नम्बर पर शिकायत की जा सकती हैं। लल्लूराम मीना, जिला रसद अधिकारी जालोर ने बताया कि इस सम्बंध में उपभोक्ता अपनी शिकायत हेल्प लाइन नम्बर 1800-180-6030 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।
इनका कहना हैं
आम लोगों से मनमर्जी से गुटखा बीड़ी के भाव ज्यादा ले रहे हैं। बड़े दुकानदार जमकर कालाबाजारी कर रहे हैं। प्रशासन को इन्हें पाबन्ध करना चाहिए।- आलम खान, जिम्मेदार नागरिक जीवाणा।
हमारे पास कोई शिकायत नही हैं। अगर ऐसा हो रहा है तो कार्यवाही की जाएगी।- चमनलाल, नायब तहसीलदार जीवाणा।
एक तो कोरोना काल है दूसरी तरफ इन दुकानदारों ने लूट मचा रखी है। प्रशासन की कार्यवाही ढीली होने की वजह से इन पर कोई असर नहीं होता हैं। सख्त कार्यवाही कर इन्हें पाबन्ध करना चाहिए।- केवाराम परमार, ग्रामीण, जीवाणा।
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