VIDEO: बाड़मेर के आक्सीजन सिलेंडर प्लांट की बढ़ी रार, कब तक शुरू होगा प्लांट अभी भी संशय में बाड़मेर। जिले में कोराेना संक्रमितों की संख्या पिछ...
VIDEO: बाड़मेर के आक्सीजन सिलेंडर प्लांट की बढ़ी रार, कब तक शुरू होगा प्लांट अभी भी संशय में
बाड़मेर। जिले में कोराेना संक्रमितों की संख्या पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ती जा रही है। जिला मेडिकल कॉलेज में 90 ऑक्सीजन सिलेंडर क्षमता वाला प्लांट तकनीकी खराबी के चलते अभी भी दुरस्त नही हो पाया है। लगातार कोरोना पॉजिटिव एवं संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ रही है।इस प्लांट की फिर से शुरुआत के पीछे प्लांट लगाने वाली कम्पनी और चिकित्सा विभाग की रार है कि थमने का नाम नही ले रही है। इन सब के बीच आक्सीजन कमी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा उन लोगो को जो कोविड की वजह से अस्पताल में है।
एक रिपोर्ट " कब थमेगी यह रार"
सरहदी बाड़मेर में बन्द पड़े आक्सीजन प्लांट के हालात बीते सप्ताह भर से ऐसा ही है लेकिन बाड़मेर में कोविड संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से आगे बढ़ चला है। बाड़मेर के जिला अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजो को इन दिनों ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत पड़ रही है लेकिन प्लांट बन्द है। नव निर्मित प्लांट 3 महीने तब तक बहुत ठीक चला जब इस पर वर्क लोड नही था। जैसे ही आक्सीजन की जरूरत पड़ी तो इसने दम तोड़ दिया। जिले के सबसे बड़े अस्पताल का प्लांट खराब होने के बाद बन्द हो गया। आलम यह है कि अब जिले का सबसे बड़ा अस्पताल अब आक्सीजन के लिए इधर उधर हाथ पैर मार रहा है। आक्सीजन प्लांट लगाने वाली कम्पनी के मैनेजर बताते है कि ना तो उन्हें कोई पैसे दिए गए और ना ही हमे इसकी मरम्मत के लिए कोई साधन दिए गए है।सरहदी बाड़मेर के जिला अस्पताल में हालात यह है कि ऑक्सीजन प्लांट में खराबी आने के बाद प्रतिदिन 90 से 100 तक सिलेंडर बाजार से खरीदने पड़ रहे हैं। प्रशासन कंपनी से पिछले कई दिनों से लिखित और फोन पर संपर्क कर रहा है, लेकिन अभी तलक प्लांट शुरू नही हो पाया है।आपको बता दे कि 90 सिलेंडर क्षमता का आक्सीजन प्लांट जनवरी में जिला अस्पताल के परिसर में शुरू हुआ था, जिसकी उत्पादन क्षमता प्रतिदिन 90 सिलेंडर की है। तकनीकी खराबी के चलते पिछले कई दिनों से बंद है। अब हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई बाजार से खरीद कर हो रही है। वही बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर आर के आसरे बताते है कि जिला अस्पताल में कई मरीज ऑक्सीजन पर हैं। हमारा ऑक्सीजन प्लांट बन्द है, लेकिन हम बाहर से आक्सीजन ले रहे है। जिस कम्पनी से आक्सीजन प्लांट को लेकर कार्य शुरू करवाया था उसका काम इन दिनों बन्द है। अब तक उस कम्पनी को कोई भुगतान नही किया गया है।
सरहदी बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। अब तक हॉस्पिटल में बने कोविड वार्ड फुल हो गए थे। अब स्थिति यह आ गई है कि कोविड संदिग्ध एवं पॉजिटिव मरीजों की संख्या सैकड़ा पार कर चुकी है लेकिन अस्पताल प्रशासन और ऑक्सीजन प्लांट की कम्पनी की रार आज कइयों की जान पर भारी पड़ रही है।
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