अज्ञात कारणों से आग लगने से 4 महीनों की मेहनत जलकर हुई खाक। बाड़मेर/बालोतरा। क्षेत्र के उमरलाई गांव में राजपुरोहितो की ढाणी के पास दोपहर में...
अज्ञात कारणों से आग लगने से 4 महीनों की मेहनत जलकर हुई खाक।
बाड़मेर/बालोतरा। क्षेत्र के उमरलाई गांव में राजपुरोहितो की ढाणी के पास दोपहर में अचानक घर के पास एकत्रित की हुई बाजरे की फसल में भंयकर आग लग जाने से काफी नुकसान हुआ।
सामाजिक कार्यकर्त्ता नरपतसिंह उमरलाई ने बताया कि उमरलाई में बाबूराम सुपुत्र स्वर्गीय नगाराम राजपुरोहित के घर के पास लाटे में बाजरे की फसल एकत्रित की हुई थी, जिसमें दोपहर को लगभग 2 बजे अचानक आग लग गई।
अचानक लगी आग से एक बार तो परिवार सदमे में आ गया, क्योंकि चार महीने की मेहनत की कमाई आग की लपटों में समा गई, आग लगने पर परिवार के चिल्लाने पर आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे और पानी के टैंकरों व बाल्टियों की सहायता से आग बुझाने की भरपुर कोशिश की, लेकिन आग इतनी भंयकर थी कि दस पंद्रह मिनट में ही सब कुछ जलकर राख हो गया।
लाटे के पास भैंस का बाड़ा था उसमे भी आग लग गई, जिसमें भैंस व भैंस के बच्चा बंधा था। पड़ोसियों के सूझ बूझ से भैंस व भैंस के बच्चे का बाहर निकाला।
आग लगने के कारण का पता नहीं लग पाया।
राजस्थान सरकार आग से फसल जलने का उचित मुआवजा देकर गरीब किसान परिवार को राहत दे।
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