अतिक्रमण मामले में स्थगन आदेश को जिम्मेदारों ने किया दरकिनार। प्रार्थी ने जिला कलेक्टर का खटखटाया दरवाजा, तहसीलदार व पटवारी पर राजस्व रेकर्ड...
अतिक्रमण मामले में स्थगन आदेश को जिम्मेदारों ने किया दरकिनार।
- प्रार्थी ने जिला कलेक्टर का खटखटाया दरवाजा, तहसीलदार व पटवारी पर राजस्व रेकर्ड में रदोबदल का लगाया आरोप
- ज्ञापन में अनिश्चित कालीन धरना देने की अनुमति व सुरक्षा प्रदान करवाने की रखी मांग
@कानू सोलंकी
बाड़मेर/सिवाना। उपखंड क्षेत्र के राजस्व ग्राम कुसीप निवासी चम्पालाल पुत्र भोमाराम जाति राजपुरोहित ने बाड़मेर जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर अनिश्चित कालीन धरना देने की अनुमति व सुरक्षा प्रदान करवाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा हैं। ज्ञापन में बताया कि कुसीप गांव में स्थित खातेदारी खेत के सम्बन्ध में माननीय राजस्व मण्डल राजस्थान अजमेर से स्थगन आदेश होने के बावजूद, माननीय राजस्व मण्डल राजस्थान अजमेर से स्थगन आदेश की सम्बन्धित तहसीलदार एवं हल्का पटवारी द्वारा राजस्व रेकर्ड में जान बुझ कर निजी स्वार्थ को साधने के लिए रदोबदल करने का मामला सामने आया हैं। जिसकी प्रार्थी ने लिखित रूप से शिकायत जिला कलक्टर, बाड़मेर, उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार इत्यादि को देने के बावजूद नही तो कोई सुनवाई हुई और न ही अभी तक कोई कार्यवाही हो पाई हैं। जिम्मेदारों की लचर कार्यशैली की वजह से इंसाफ नही मिल पाया हैं। परेशान प्रार्थी ने मजबूर होकर बाड़मेर जिला कलेक्टर मुख्यालय के सामने आगामी 18 नवम्बर को अनिश्चितकालीन धरना देने की अनुमति व सुरक्षा प्रदान करवाने की मांग की हैं।
आदेश के बावजूद अभी तक नही हुई कार्यवाही
प्रार्थी ने ज्ञापन में बताया कि खसरा संख्या 105 की भूमि जो सिवाना क्षेत्र में स्थित हैं। उक्त गै.मु. नाडी एवं गे.मु.गोचर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश होने के बावजूद न तो अभी तक कोई कार्यवाही की जा रही हैं और न ही उस जगह के अतिक्रमण को ध्वस्त कर मुक्त करवाई जा रही हैं।
कई बार हो चुकी हैं शिकायतें
प्रार्थी ने बताया कि प्रार्थना पत्र के पद संख्या 03 व 04 में वर्णित प्रकरणों के सम्बन्ध में सम्बन्धित को आवश्यक कार्यवाही करवाने हेतु लिखित में विस्तृत रूप से सक्षम न्यायालय द्वारा जारी आदेश की पालना बाबत् शिकायते प्रस्तुत कर चुका हूँ। इसके बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई हैं।
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